Palak Ki Kheti भारत के किसान के लिए एक बेहतरीन मौका हो सकता है अच्छा मुनाफा कमाने का खासकर इस बरसात के मौसम में। क्योकिं पालक एक ऐसी सब्जी है जिसे हर मौसम में उगाया जाता है किंतु यदि आप इसकी खेती बरसात के मौसम में करते हैं तो यह काफी लाभकारी होगा यदि आप सोच रहे हैं कि इस बरसात में पालक की खेती करके अच्छा मुनाफा कैसे कमाए जा सके तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें हम आपके बेहतरीन टिप्स बताएंगे जैसे
सही किस्म का चयन, खेत की तैयारी और देखभाल की मदद से आप केवल खेत को हरा भरा नहीं रख सकते बल्कि इससे आप हर महीने लगभग 10 से 20000 तक कमाई भी कर सकते हैं।
Palak Ki Kheti के लिए खेत की सही तैयारी
यदि आप बरसात के मौसम में पालक की खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए खेत को तैयार करना बेहद जरूरी है इसके लिए आपको यह ध्यान रखना होगा की बारिश का पानी खेत में जमा न हो इससे पौधे सड़ने लगते हैं और फसल खराब हो जाती है इसलिए खेत का जल विकास की अच्छी व्यवस्था करें और खेत को दो बार जोड़कर अच्छे से मिट्टी को भुरभुरी बनाया ताकि आसानी से फैल सके
इसके पश्चात इसमें गोबर की सड़ी हुई खाद डालें ताकि मिट्टी में पोषण आ जाए और पौधे स्वस्थ रहें मथुरा के किस रामपाल बताते हैं कि उन्होंने अपने खेत में गोबर की खाद डालकर बेहतरीन फसल उगाई और कटाई करके अच्छा मुनाफा भी कमाया। बुवाई से पूर्व पालक के बीजों को रात भर भिगोकर रखें ताकि अंकुरण जल्दी एवं अच्छा हो प्रति बीघे 5 से 6 किलो बीच का प्रयोग करना चाहिए
Palak Ki Kheti के लिए बेहतरीन किस्में
पालक की खेती के लिए कुछ बेहतरीन किस्म के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से आप काफी फायदा कमा सकते हैं
पूसा हरित
यह किस खास कर बरसात के मौसम के लिए ही तैयार की गई है इसके पत्तों का रंग गहरा हरा और चिकना होता है जो न केवल आकर्षण के लिए होता है बल्कि इसके पौधों को रोग से रक्षा भी करता है खासकर झुलसा और पट्टी गैलन जैसे रोग इस किस में बहुत कम होते हैं यह किसम किसानों के लिए काफी लाभकारी होता है क्योंकि पैदावार भी काफी अच्छी होती है और बाजार में इसकी मांग भी हमेशा बनी रहती है।
अल्ली ग्रीन
पालक की यह कि बरसात के मौसम के लिए काफी आदर्श मानी जाती है इसके पत्तों का आकार मोटा एवं भारी होता है जिससे कटाई के समय अधिक वजन मिलता है इस किस्म की कटाई 30 से 35 दिन के पश्चात की जा सकती है इसमें दो से तीन कटाई आसानी से आप कर सकते हैं बरसात के मौसम में इसके पौधे अच्छे से बढ़ते हैं और इसे कम देखभाल की भी आवश्यकता होती है।
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पूसा भाटी
यह किस्म उन खेतों के लिए अच्छी है जहां मिट्टी में नमी अधिक रहती है इसके पत्ते लंबे एवं चमत्कार होते हैं जो ग्राहकों को काफी पसंद आते हैं यह किस जल्दी बढ़ जाती है और खरपतवार से बचाव करने में सक्षम रहती है बरसात में यह किसानों के लिए अच्छी होती है क्योंकि यह खरपतवार को नियंत्रित करने में काफी सहायता करती है।
देसी किस्म
लोधी पालक और कांटा पलक जैसी देसी किस में भी पालक की खेती में काफी लाभकारी हो सकती हैं यह किस में स्थानीय जलवायु में अच्छी तरह से रुक जातियां और गांव मैं बिकने के लिए आकर्षित भी होती है इनका साथ भी देसी ही होता है इसे लोग काफी पसंद करते हैं हालांकि इन किस्तों में रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है लेकिन सही देखभाल के साथ यह भी अच्छी फसल देता है।
Palak Ki Kheti की देखभाल के टिप्स
पालक की फसल को स्वस्थ रखने और देखभाल की बेहद जरूरत पड़ती है क्योंकि बरसात के मौसम में खरपतवार की समस्या और भी ज्यादा बढ़ जाती है इसलिए खेत की गुड़ाई लगभग 10 से 12 दिन के पश्चात करते रहना चाहिए इसके अलावा कीटों से बचाव है नीम की खाली या गोमूत्र का छिड़काव भी करते रहना चाहिए गोमूत्र और नीम के तेल का मिश्रण करके छिड़काव करने से कीटों से बचाव होता है और फसल भी सुरक्षित रहती है यदि आपको पालक के पत्तों में धब्बे दिखाई देते हैं तो यह झुलसा या पट्टी गलन रोग का संकेत भी हो सकता है ऐसे में आप अपने नजदीकी कृष केंद्र की सलाह ले और उपचार करें
Palak Ki Kheti की कटाई और कमाई
पालक की खेती में आप पहले कटाई बुवाई के लगभग 25 से 30 दिन के पश्चात आरंभ कर सकते हैं इसके पश्चात हर 10 दिन के बाद कटाई आप कर सकते हैं बरसात के मौसम में पालक की आपूर्ति कम होती है जिससे बाजार में इसकी कीमत भी ज्यादा होती है
आप अपनी फसल को सीधे ठेले वाले या स्थानी बाजारों में भेजते हैं तो इससे आपका मुनाफा बढ़ जाएगा और इसके अलावा पालक की खेती से जुड़े छोटे-मोटे खर्चे के बावजूद यह एक लाभकारी व्यवसाय भी साबित हो सकता है
किसानों के लिए सलाह
यदि आप पालक की खेती से अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपको सही किस्म का चयन करना आवश्यक है खेत की उचित देखभाल करना भी जरूरी होता है एवं समय-समय पर सिंचाई निराई कुड़ाई भी करना बेहद जरूरी होता है यदि आप मिट्टी की जांच करवाते हैं तो इससे और भी बेहतर रिजल्ट आपको देखने को मिल सकते हैं
उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग में मिट्टी जांच की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध होती है पालक की खेती एक लाभकारी तरीका बन सकता है जिससे आप कम लागत में अच्छे मुनाफा कमा सकते हैं इस पर सही किस्म का चयन खेत की तैयारी और देखभाल से शानदार परिणाम प्राप्त कर सकते हैं तो इस बरसात में आप पलक की खेती आरंभ करें और अपने खेत को हरा भरा रखकर अच्छी कमाई का आनंद लें